किसान महापंचायत में तोड़फोड़ पर बोले मनोहर लाल, कहा-घटना के लिए कांग्रेस, वामपंथी जिम्मेवार

Farm Act: हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि मंडी अब भी हैं और आगे भी जारी रहेंगी. किसानों को वैकल्पिक रास्ता दिया गया है, अगर वो मंडी से बाहर एमएसपी से ज्यादा कीमत पर अपनी फसल बेचना चाहें तो उनकी मर्जी है.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल जिले के गांव कैमला में हुई किसान महापंचायत के दौरान हुए घटनाक्रम के लिए कांग्रेस व वामपंथियों को जिम्मेवार ठहराया है. सीएम ने कहा कि ये लोग एक्सपोज हो गए हैं. जनता सब कुछ जानती है, किसान समझदार हैं और हमारे अपने हैं. उन्होंने कहा कि उकसाने वाले किसी वहम में न रहें, वक्त आने पर जनता उनको सबक सिखा देगी. रविवार को किसान महापंचायत से पहले किसानों ने जमकर बवाल किया. पुलिस के इंतजाम किसानों के सामने बौने नजर आए. किसान बैरिकेड्स तोड़ सीएम के रैली स्थल तक पहुंच गए और कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की. हालात इतने बिगड़ गए कि सीएम को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था.

हम आमदनी दोगुना करना चाहते हैं
इसके बाद सीएम ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी किसानों की आमदनी को दोगुना करना चाहते हैं, परंतु कांग्रेस व कम्युनिस्ट किसानों को भ्रमित करके किसानों का ही नुकसान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून सरकार ने किसानों के लाभ के लिए बनाए हैं. कम से कम एक साल तक इनको देखना चाहिए, यदि कोई कमी लगे तो सरकार बदलाव भी कर सकती है. सीएम ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है. यदि किसी को उसकी बात रखने से जबरदस्ती रोका जाता है तो यह लोकतंत्र के उसूलों के खिलाफ है. आज भी ऐसा ही कुछ घटनाक्रम हुआ.

कांग्रेस के समय भी था ऐसा प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की कि वे बातचीत के माध्यम से अपनी बात रखें. देश की परंपराओं में विश्वास रखें. मंडी अब भी हैं और आगे भी जारी रहेंगी. किसानों को वैकल्पिक रास्ता दिया गया है, अगर वो मंडी से बाहर एमएसपी से ज्यादा कीमत पर अपनी फसल बेचना चाहें तो उनकी मर्जी है. ये कृषि कानून कांग्रेस सरकार के समय भी लागू करने के लिए प्रस्ताव रखा गया था, परंतु उनमें नया करने की हिम्मत नहीं थी. जब हमारी सरकार जनहित के लिए कोई नया कदम उठाती है तो वे सोचते हैं कि ये कैसे कर गए. इसके बाद इन पार्टियों के नेता लोगों को झूठ बोलकर उकसाना शुरू कर देते हैं.

सीएम ने कहा-गुरनाम सिंह चढूनी ने उकसाया
इस घटनाक्रम के लिए मुख्यमंत्री ने किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी पर कांग्रेसियों व वामपंथियों के हाथों में खेलने का आरोप लगाया. चढूनी द्वारा लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से उकसाया जा रहा था कि वे किसान पंचायत नहीं होने देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जनता के प्रतिनिधि हैं और लोगों के हित के लिए उनके बीच जाते हैं. उनको पता चल गया था कि कुछ लोग उक्त कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं. जिस पर जिला प्रशासन ने कुछ किसान नेताओं से बातचीत भी की थी. जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया था कि वे सिर्फ सांकेतिक विरोध करेंगे और कुछ गलत नहीं करेंगे. परंतु विपक्षियों के बहकावे में आकर प्रशासन से किया वायदा तोड़ा, जिसकी मैं निंदा करता हूं.

सीएम ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में उनके पहुंचने से पहले भाजपा के नेताओं ने किसान महापंचायत में मौजूद लोगों को कृषि कानूनों के बारे में समझा दिया था. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को अपेक्षा थी कि आज मुख्यमंत्री द्वारा विकास कार्यों की घोषणाएं की जाएंगी. करीब 100 करोड़ रुपये की घोषणाएं उस गांव के लिए की जानी थी

Related posts

Leave a Comment